उसके वंश द्वारा मृत पूर्वज के पितर के लिए एक स्मरण कर्तव्य होता था.
3.
उसके वंश द्वारा मृत पूर्वज के पितर के लिए एक स्मरण कर्तव्य होता था.
4.
यह उसकी स्मृति में गूँज रहा है और इसे ही उसके मृत पूर्वज अंगीकार कर लेते हैं.
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यह उसकी स्मृति में गूँज रहा है और इसे ही उसके मृत पूर्वज अंगीकार कर लेते हैं.
6.
व्यक्ति के आगे के तीन मृत पूर्वज एवं मानव जाति के प्रारम्भ या प्राचीन पूर्वज जो एक प्रथक लोक के अधिवासी के रूप में कल्पित हैं।
7.
सपिण्ड का अर्थ है (1) वे जिनके शरीर का पिण्ड एक समान हैं तथा (2) वे जो मृत पूर्वज को एक साथ पिण्ड दान करते हैं।
8.
सपिण्ड का अर्थ है (1) वे जिनके शरीर का पिण्ड एक समान हैं तथा (2) वे जो मृत पूर्वज को एक साथ पिण्ड दान करते हैं।
9.
(http://bstdc.bih.nic.in/ Doc / PITRIPAKSHA.202013. pdf) ऐसा माना जाता है कि हमारे मृत पूर्वज यमलोक से इसी पक्ष के दौरान धरती पर अपने-अपने घरों को आते हैं।
10.
गोपाल जी गुप्त सहस्रों वर्ष से हिंदुओं का यह सुदृढ़ विश्वास है कि पितर (उनके मृत पूर्वज) अप्रत्यक्ष, वायु रूप धारण कर कई तरीकों से उन पर छत्रछाया बन उनकी रक्षा करते हैं।